बच्चों में एब्डोमिनल पेन, कारण, लक्षण, इलाज – अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर
बच्चों में एब्डोमिनल पेन क्या है | What is Abdominal Pain in Children
एब्डॉमिन में दर्द वह दर्द है जो पसलियों के नीचे और पेल्विस के बीच के क्षेत्र में कहीं भी महसूस होता है। यह शिशुओं और 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बहुत आम है।
बच्चों में पेट दर्द के कई अलग-अलग कारण होते हैं, कब्ज, गैस्ट्रोएंटेराइटिस और एपेंडिसाइटिस शामिल हैं। ज़्यादातर बच्चों में यह समस्या गंभीर नहीं होती है और बिना इलाज के कुछ घंटों या दिनों में ठीक हो जाते हैं।
लेकिन, अगर दर्द गंभीर है, दूर नहीं होता है, या आपका बच्चा आमतौर पर अस्वस्थ लगता है, तो उन्हें डॉक्टर को दिखने ले जाएं। जैसा की आपको पता है की बच्चों में ज्यादातर पेट दर्द गंभीर नहीं होता है और बिना इलाज के ठीक हो जाएगा।
बच्चों में पेट दर्द का कोई शारीरिक कारण नहीं हो सकता है – चिंता या तनाव इसका कारण हो सकता है। बड़े लोगों की तुलना में छोटे बच्चों को गैस्ट्रोएन्टेरिटिस के कारण पानी की कमी का खतरा अधिक होता है।
बच्चों में एब्डोमिनल पेन का कारण | Causes of Abdominal Pain in Children
बच्चों में पेट दर्द के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं। कुछ सामान्य कारणों में शामिल हैं:
- गैस्ट्रोएन्टेरिटिस
- बच्चों में कब्ज
- फ़ूड पोइसिनिंग भोजन में पनपने वाले कीटाणुओं के कारण
- इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम
- बच्चों में यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन आम है।
बच्चों में एब्डोमिनल पेन के लक्षण | Symptoms of Abdominal Pain in Children
कुछ सामान्य लक्षणों में यह शामिल है:
- उधम मचाना या क्रोधी होना
- पेट में सूजन
- भूख में कमी
- उलटी अथवा मितली
- दस्त
- कब्ज
- बुखार
- बर्पिंग
बच्चों में एब्डोमिनल पेन का इलाज | Abdominal Pain Treatment in Children
यदि आपके बच्चे के पेट में दर्द लंबे समय तक बना रहता है, तो आप डॉक्टर की मदद के लिए जाएं डॉक्टर कुछ टेस्ट करेगा, जिसके आधार पर वह बच्चे के पेट दर्द की समस्या का इलाज की सलाह देगा। इसके अलावा, आप पेट दर्द से बचने के लिए कुछ घरेलू उपायों की मदद भी ले सकते हैं। बच्चे के पेट दर्द का कारण जानने के लिए आपको कुछ टेस्ट करवाने की आवश्यकता पद सकती है, जैसे:
- सुनिश्चित करें कि बच्चा आराम करे ।
- बच्चे को दर्द से राहत दें लेकिन सुनिश्चित करें कि यह बच्चे की उम्र और वजन के लिए उपयुक्त है ।
- बच्चे को बहुत सारे गीले पदार्थ पीने की सलाह करें, जैसे पानी, जूस ।
- बच्चे को केले, टोस्ट जैसे खाने के लिए नरम भोजन दें।
डॉ. अमित अग्रवाल
डायरेक्टर & गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट कंसलटेंट
अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर