गैस्ट्रिक कैंसर, लक्षण, कारण, निदान, ट्रीटमेंट – अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर
गैस्ट्रिक कैंसर को पेट के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। गैस्ट्रिक कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो पेट में होता है और इसका सही समय पर इलाज न कराया जाए तो यह पेट के लिए घातक है और ट्यूमर को बढ़ावा देता है। पेट के कैंसर का उपचार उसके प्रकार, आकर और आधार पर सर्जरी या कीमोथेरेपी का उपयोग किया जाता है। हालांकि पेट या गैस्ट्रिक कैंसर के कई प्रकार भी हो सकते हैं। जिसमे एडेनोकार्सिनोमा, लिम्फोमा, कार्सिनॉयड ट्यूमर शामिल है।
गैस्ट्रिक कैंसर के लक्षण | Symptoms of Gastric Cancer
पेट या गैस्ट्रिक कैंसर के निम्नलिखित लक्षण:-
- पाचन क्रिया में दिक्कत होना
- कुछ खाने के बाद पेट फुला हुआ महसूस होना।
- मलत्याद में समस्या उत्पन्न होना ( खून आना )।
- भूक न लगना, हर समय पेट का भरा हुआ लगना।
- पेट में जलन और खट्टी डकारे आना
- बिना किसी कारण के वजन घटना
- पेट में दर्द।
गैस्ट्रिक कैंसर के कारण क्या हैं? | What are The Causes of Gastric Cancer?
हालाँकि इसका कारण स्पष्ट नहीं है परन्तु कुछ कारणों की वजह से यह बीमारी बढ़ सकती है।
- शराब और सिगरेट के अत्यधिक सेवन के कारण।
- बढ़े हुए वजन से गैस्ट्रिक कैंसर का जोखिम हो सकता है।
- शराब के अत्याधिक् सेवन से, स्मोक्ड फ़ूड खाने से और सब्जी फल न खाने से इस बीमारी को बढ़ावा मिलता है ।
गैस्ट्रिक कैंसर का निदान | Gastric Cancer Diagnosis
गैस्ट्रिक कैंसर का निदान करने के लिए मरीज के शरीर परिक्षण किये जाते है। इसमें मरीज के कुछ लक्षणों के बारे में व् पुरानी बीमारियों के बारे में पूछा जाता है ताकि सही उचार किया जा सके।
- आपका ब्लड टेस्ट किया जाता है जिससे की यह पता लग सके की आपके अन्य अंग गैस्ट्रिक कैंसर से प्रभावित हो सकते है या नहीं।
- इसके लक्षणों को सही से देखने के लिए चिकित्सक ऊपर एंडोस्कोपी कर सकता है जिसमे एक छोटा कैमरा आपके पेट के निचे सेसे डाला जाता है।
आपका डॉक्टर आपकी बीमारी की तथा के अनुसार बहुत से टेस्ट कर सकता है।
गैस्ट्रिक कैंसर ट्रीटमेंट | Gastric Cancer Treatment
- गैस्ट्रो या पेट कैंसर का इलाज सर्जरी, कीमोथेरपी, विकिरण और दवाओं की मदद से किया जाता है। हालाँकि कीमोथेरपी और विकिरण कैंसर से पूरी तरह से छुटकारा नही दिला सकते है, लेकिन ट्यूमर के आकार को और लक्षणों को काम करने में सहायता करते है।
- ट्यूमर के आकार के आधार पर सर्जन पेट के हिस्से को को निकल देता है या फिर पूरे पेट को निकल सकता है।
सही समय पर विशेषज्ञ से उपचार कराने पर इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए संपर्क संपर्क करें अग्रवाल गैस्ट्रोसेंटर पर ।