कोलन कैंसर प्रिवेंशन – अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर – डॉ अमित अग्रवाल
कैंसर के विभिन्न प्रकार है जिनमें से एक है कोलन कैंसर। कोलन कैंसर एक ऐसा विकार है जोकि बड़ी आंत की दिवार के सबसे भीतर परत से शुरू होता है। कोलन कैंसर ज़्यादातर बुजुर्गों को मुख्या रूप से प्रभावित करता है।
हलाकि यह किसी भी आयु के व्यक्ति को हो सकता है। यह कैंसर पहले बड़ी आंत की दिवार में, फिर आसपास के लिम्फ नोड्स और उसके बाद पूरे शरीर में फैलता है। आसान भाषा में हम यह कह सकते है की मलाशय की भीतरी परत पर सूजन होना। कोलन यानी मलाशय में बैक्टीरिया या किसी दूसरे कारण से संक्रमित होना, तो वो आगे चलकर बड़ी बीमारी का रूप ले लेता है।
कोलन कैंसर प्रिवेंशन | Colon Cancer Prevention
- जांच कराएं: कोलन कैंसर के लिए नियमित जांच करवाना ही इस बीमारी से खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका है। अगर आपके शरीर में यह बीमारी उत्पन्न हो रही है तो यह जल्दी पता लगा सकता है। पॉलिप्स नामक असमान्य व्रिद्धि का पता लगाकर बीमारी को रोकने में मदद करता है। यह रिपोर्ट अपने डॉक्टर को दिखाने से वह आपकी सही निर्णय लेने में मदद कर सकता है।
- वजन को नियंत्रण में रखे: धूम्रपान के इलावा, आपका बढ़ा हुआ वजन भी इस बीमारी का एक मुख्या कारण हो सकता है। काम से काम 13 अलग-अलग कैंसर को वजन बढ़ने और मोटापे से जोड़ा गया है। वजन घटना आपके लिए लाभकारी हो सकता है।
- शराब नियमित करें: मध्यम शराब पीने से वृद्ध वयस्कों में ह्रदय स्वस्थ हो सकता है, परन्तु शराब बिलकुल भी नहीं पीना समग्र स्वास्थ्यप्रद विकल्प है।
- लाल मांस सीमित करें, विशेष रूप से प्रसंस्कृत: बहुत अधिक रेड मीट खाने से कोलन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। अगर आप मांसाहारी है तो कोशिश करें की हफ्ते में तीन से ज़्यादा सर्विंग्ज़ न खाएं।
- पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन डी प्राप्त करें: इस बात के अच्छे प्रमाण है की पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन डी खाने से कोलन कैंसर से बचाव में मदद मिल सकती है।
- अधिक साबुत अनाज और फाइबर खाएं: साबुत अनाज और फाइबर से भरपूर आहार खाने से कोलन कैंसर का खतरा काम हो सकता है। फलों ,सब्जियों,बीन्स और साबुत अनाज वाले खाद्य पदार्थों पर ज़्यादा ध्यान दें ,जैसे की साबुत गेंहू की रोटी और साबुत अनाज।
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