एब्डोमिनल पेन, लक्षण, कारण, इलाज – डॉ. अमित अग्रवाल – अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर
आपके पेट में, आपकी पसलियों और श्रोणि के बीच में बेचैनी या कहीं भी दर्द महसूस होना को एब्डोमिनल पेन कहा जाता है। लगभग हर किसी को कभी न कभी पेट दर्द का अनुभव होता ही है। पेट की परेशानी
फैटी लीवर क्या है? – डॉ. अमित अग्रवाल – अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर
फैटी लीवर को हेपेटिक स्टीटोसिस के नाम से भी जाना जाता है। यह तब होता है जब लीवर में फैट जमा हो जाता है। आपके लीवर में थोड़ी मात्रा में फैट होना स्वाभाविक है, लेकिन बहुत अधिक मात्रा में फैट
हेमोर्रोइड्स ट्रीटमेंट – डॉ. अमित अग्रवाल – अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर
हेमोर्रोइड्स, जिसे अक्सर बवासीर के रूप में जाना जाता है, इसमें शौचक्रिया में मौजूद नसों में सूजन आ जाती है। यह सूजन गुदा के आसपास दिखाई दे सकती है। बवासीर कभी-कभी चार में से तीन व्यक्तियों को प्रभावित करता है।
अल्सरेटिव कोलाइटिस ट्रीटमेंट – डॉ. अमित अग्रवाल – अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर
आंतो में सूजन की एक स्थिति को कहते है अल्सरेटिव कोलाइटिस । यह जलन, सूजन और अल्सर (जिसे कोलन भी कहा जाता है) पैदा करके आपकी बड़ी आंत की परत को नुकसान पहुंचाता है। लोगों को आमतौर पर अपने पूरे
एनल फिशर, लक्षण, कारण, इलाज – डॉ. अमित अग्रवाल – अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर
जब गुदा नलिका में किसी प्रकार का कट या दरार आ जाती है तो उसे एनल फिशर कहा जाता है। एनल फिशर अक्सर तब होता है, जब मल त्याग के दौरान कठोर और बड़े अकार का मल निकलता है। इस
फंक्शनल डिस्प्सीसिया, लक्षण, कारण – डॉ. अमित अग्रवाल – अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर
डिस्प्सीसिया को अपच के रूप में भी जाना जाता है। यह एक ऐसी चिकित्सा संबंधी स्थिति है जिसके वजह से पेट के उपरी हिस्से में बार-बार होने वाला दर्द, बिना कुछ खाए पहले से ही ऊपरी पेट को पूर्ण महसूस
जी ई आर डी ट्रीटमेंट – डॉ. अमित अग्रवाल – अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर
परिवर्तित जीवनशैली, गलत खानपान, व लापरवाही के वजह से कोई भी किसी भी रोग का शिकार हो सकता है। कई बार तो व्यक्ति ऐसे रोग से पीड़ित होता है, जिसके बारे में उसने शायद ही कभी सुना हो। एक ऐसी
पैन्क्रियाटाइटिस क्लीनिकल फीचर्स – डॉ. अमित अग्रवाल – अग्रवाल गैस्ट्रोकेयर सेंटर इंदौर
पैन्क्रियाटाइटिस एक सूजन की स्थिति है जिसमें अग्न्याशय में सूजन हो जाती है। अग्न्याशय एक बड़ी ग्रंथि है जो छोटी आंत के पीछे और करीब स्थित होती है। अग्न्याशय के दो प्रमुख कार्य हैं: यह आपकी छोटी आंत में मजबूत